Pawan Singh Song-Rowele Raghurai
► Album :- Rowele Raghurai ► Song :- रोवेले रघुराई ► Singer :- Pawan Singh ► Lyrics :- Rajesh Mishra ► Music :- Chhotu Ravat ► Producer :- Pawan Singh ► Ashirwad :- Mata Pita & Ajeet Singh | ► Pariklpana :- Deepak Singh ► Label :- Maa Amma Films Bhakti ► Video by :- Hariprem Films Private Limited ► Digital Partner : – Global Music Junction |
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pawan singh
शक्ति बान लागल लक्ष्मन के रोवेले रघुराई…
शक्ति बान लागल लक्ष्मन के रोवेले रघुराई
अंखिया खोलअ बबुआ.. हो अंखिया खोलअ बबुआ
बोलब केके छोटका भाई अंखिया खोलअ बबुआ….
का जाके हम कहब अवध में पुछिहे… तीनो माई
अंखिया खोलअ बबुआ बोलब केके छोटका भाई
अंखिया खोलअ बबुआ……..
राज भवन के त्याग तु हमरा साथे बन में अइल…
धरम करम दुनहू से बड़ भाई के सेवा कइल
फिर बोल तोहरा बिन हमरा कईसे जियल जाई
ह अरे कईसे जियल जाई
अंखिया खोलअ बबुआ हो अंखिया खोलअ बबुआ
बोलब केके छोटका भाई अंखिया खोलअ बबुआ
बोलब केके छोटका भाई अंखिया खोलअ… बबुआ
सूर्यवंश के सूरज डूबी रघुकुल लागी दागी….
जुग-जुग बात चली इहे भौउजाई रहली अभागी
अवध के लोग कही हमके चली आइले जान बचाई
चली आइले जान बचाई
अंखिया खोलअ बबुआ हो अंखिया खोलअ बबुआ
बोलब केके छोटका भाई अंखिया खोलअ बबुआ
बोलब केके छोटका भाई अंखिया खोलअ बबुआ…!!
Pawan Singh Song-Rowele Raghurai
Shakti ban lagal lakshman ke rovele raghurai…
Shakti ban lagal lakshman ke rovele raghurai
Ankhiya khola babuaa ho ankhiya kholaa babua
bolab keke chhotka bhai ankhiya kholaa babua
ka jake ham kahab avadh me puchhihe… tino mai
Ankhiya kholaa babua bolab keke chhotka bhai
Ankhiya kholaa babua..!!
Raj bhavan ke tyag tu hamra sathe ban me aael..
Dharam karam dunahu se bad bhai ke seva kael
Phir bol tohra bin hamra kaise jiyal jai
H are kaise jiyal jaai
Ankhiya kholaa babua ho ankhiya kholaa babua
Bolab keke chhotka bhai ankhiya kholaa babua
Bolab keke chhotka bhai ankhiya kholaa… babuaa
suryvansh ke suraj dubi raghukul lagi dagi…
Jug-jug baat chali ehe bhaujai rahali abhagi
Avadh ke log kahi hamke chali aaele jaan bachai
Chali aaele jaan bachai
Ankhiya kholaa babua ho ankhiya kholaa babua
Bolab keke chhotka bhai ankhiya kholaa babua
bolab keke chhotka bhai ankhiya kholaa babua.!!
NOTE:- इस गाने में हमारे सुपर स्टार पवन सिंह जी के बोल (Rowele Raghurai) में एक करुण झांकी को विडियो के माध्यम से दिखलाया गया है, जब प्रभु श्री राम जी के छोटे बन्धु लक्ष्मण जी को लंका के महाराज लंकेश्पति रावन के बेटे श्री मेघनाथ ने शक्तिबाण मार कर लक्ष्मण को मूर्छित कर दिया था, तभी प्रभु श्री राम के मन में अनेको प्रकार का भाव उतपन्न होता है और अपने आप को कोषते हुए इस अपने भाव में अपने पीड़ा को बतलाते है, उसी समय के इस भाव को पवन सिंह जी और टीम के माध्यम से दिखलाया गया है, बहुत ही सुन्दर भजर है, लोगो का कई बार सुनने से भी मन नही भर रहा है और साफ-साफ वो घटना प्रभु के साथ घटी है आँखों के सामने दिखने लग रही है…
बहुत- बहुत धन्यबाद की आप मेरे लिखे इस पोस्ट को देखा सुना और रामायण में घटी उस घटना जो सबको तार-तार कर दी थी उसकी एक करुण झांकी देखी, बहुत- बहुत आभार आप का|
धन्यबाद..!!
Ram Ji :-
प्रभु श्री राम अयोध्या के महाराज दशरथ के सबसे बड़े पुत्र थे, महाराजा दशरथ की तीन रानियां थी- केकयी, कौशल्या और सुमित्रा | राम कौशल्या के बेटे थे, राम अपने बाल्य अवस्था से ही हर कामो में कुशल थे नगर भ्रमण के दौरान राम की शादी मिथिला नरेश की पुत्री महारानी सीता से स्वैम्बर जीत के हुआ था, शादी के कुछ ही दिन बाद केकयी ने महाराज दशरथ से 2 वचन मांग लिए- एक में राम की 14 वर्ष की बनवास और दुसरे में भरत का राज्याभिष कर राजा बनने की |
प्रभु श्री राम बिना देर किये अपनी माता को दिए वचन को पूरा करने के लिए बन की तरफ निकल पड़े जिसके साथ माता सीता और साथ में भ्राता लक्ष्मण भी गये | वन में अनेक कठिनाइयों का सामना करते हुए अपना दिन काट रहे थे उधर महल में राम के वन जाने के वियोग में महाराज दशरथ अपने प्राण त्याग दिए लोगो का मानना है की श्रवण के अंधे माता-पिता के श्राप के कारण पुत्र वियोग में राजा दशरथ का प्राण निकला था, तबतक भरत को कुछ नही पता चला की अयोध्या में क्या हो रहा है..
जब भरत अयोध्या में आये तो उनको सब कहानी पता, भरत श्री राम के खडाऊ अपने सर पर लेकर भैया को मनाने चले, राम के वापस ना आने पर भरत ने बड़े भैया राम की खडाऊ को राज सिंहासन पर रख कर राज को चलाया उधर बन में राम की पत्नी सीता को लंका के राजा रावन ने साधू का भेष बना कर अपहरण कर के लंका ले गया जिसके बाद राम अपनी सीता को खोजते हुए लंका तक पहुचे और रावन का वध करके सीता को वापस लाये |
जब प्रभु श्री राम अपने नगर अयोध्या आये तो माता सीता पे नगर वासियों ने आल्छन लगाने लगे| जिसकी वजह से उनको फिर से वन में जा कर अपना दुःख के दिन काटने पड़े, इसके बाद सीता माता धरती माता में समा जाती है और राम जी यमुना के जल में और इस तरह से मर्यादा पुरुषोतम राम का राम युग का अंत हुआ,